जैसे: घर, पेड़, पहाड़, इत्यादि।
जैसे:
जैसे: बंदूक से छोड़ी गई गोली।
जैसे: सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की गति।
जैसे: झूले की गति, दीवार घड़ी की पेंडुलम की गति।
जैसे: सिलाई मशीन की गति।
जैसे:- B की स्थिति मूल बिंदु से दाई ओर 4 m है।
जैसे:- A की स्थिति मूल बिंदु से बाई ओर –3 m है।
दूरी: | विस्थापन: |
---|---|
(I) दूरी कभी भी ऋणात्मक नहीं होती अर्थात दूरी का मान हमेशा धनात्मक होता है। | (I) विस्थापन का मान धनात्मक तथा ऋणात्मक दोनों होता है। |
(II) दूरी कभी भी शून्य नहीं होती है। | (II) विस्थापन का मान शून्य भी होता है। |
(III) दूरी में केवल परिमाण होता है। | (III) विस्थापन में परिमाण और दिशा दोनों होता है। |
(IV) दूरी एक अदिश राशि है। | (IV) विस्थापन एक सदिश राशि है। |
नोट: यदि कोई वस्तु सरल रेखा पर बिना दिशा परिवर्तन के चले तो उस वस्तु का दूरी और विस्थापन का मान बराबर होगा।
विस्थापन = अंतिम स्थिति– प्रारंभिक स्थिति
या S = X₂ - X₁
जैसे:-
(i) जब वस्तु A से D गया। X₁ = 1 m, X₂ = 4 m, S = X₂ - X₁ = 4–1 = 3 m
(ii) जब वस्तु D से B गया। X₁ = 4 m, X₂ = 2 m, S = X₂ - X₁ = 2–4 = –2 m
(iii) जब वस्तु C से C गया। X₁ = 3 m, X₂ = 3 m, S = X₂ - X₁ = 3–3 = 0
नोट:-
जैसे:- दूरी, द्रव्यमान, समय, क्षेत्रफल इत्यादि।
जैसे:- विस्थापन, बाल वेग, त्वरण इत्यादि।
नोट:- किसी सदिश राशि को एक तीर (→) चिह्न द्वारा सूचित किया जाता है।