Some Important Proofs
प्रश्न 1: सिद्ध करें कि2 एक अपरिमेय संख्या है?
उत्तर:माना कि 2 एक परिमेय संख्या है।
तब, 2=qp जहाँ, p और q कोई धन पूर्णांक हैं।
जिसका कोई भी उभयनिष्ठ गुणनखंड नहीं है।
दोनों तरफ वर्ग करने पर,
(2)2=(qp)2
2=q2p2
p2 = 2q2 ...............(i)
p = सम संख्या है।
∵ सम संख्या का वर्ग सम ही होता है।
माना कि p = 2m
समीकरण (i) से,
(2m)2=2q2
4m2 = 2q2
2m2 = q2
q = सम संख्या है।
अब, p और q में उभयनिष्ठ गुणनखंड 2 है।
अतः हमारी मान्यता गलत है।
∴2 एक परिमेय संख्या नहीं है।
∴2 एक अपरिमेय संख्या है।
Proved
प्रश्न 2: सिद्ध करें कि3 एक अपरिमेय संख्या है?
उत्तर: माना कि 3 एक परिमेय संख्या है।
तब, 3=qp, जहाँ p और q कोई धन पूर्णांक हैं।
जिसका कोई भी उभयनिष्ठ गुणनखंड नहीं है।
दोनों तरफ वर्ग करने पर:
(3)2=(qp)2
3=q2p2
p2 = 3q2 ...............(i)
p = विषम संख्या है।
∵ विषम संख्या का वर्ग विषम ही होता है।
माना कि p = 3m
समीकरण (i) से,
(3m)2=3q2
9m2 = 3q2
3m2 = q2
q = विषम संख्या है।
अब, p और q में उभयनिष्ठ गुणनखंड 3 है।
अतः हमारी मान्यता गलत है।
∴3 एक परिमेय संख्या नहीं है।
∴3 एक अपरिमेय संख्या है।
Proved
प्रश्न 3: सिद्ध करें कि7 एक अपरिमेय संख्या है?
उत्तर:माना कि 7 एक परिमेय संख्या है।
तब, 7=qp जहाँ, p और q कोई धन पूर्णांक हैं।
जिसका कोई भी उभयनिष्ठ गुणनखंड नहीं है।
दोनों तरफ वर्ग करने पर:
(7)2=(qp)2
7=q2p2
p2 = 7q2 ...............(i)
p = विषम संख्या है।
∵ विषम संख्या का वर्ग विषम ही होता है।
माना कि p = 7m
समीकरण (i) से,
(7m)2=7q2
49m2 = 7q2
7m2 = q2
q = विषम संख्या है।
अब, p और q में उभयनिष्ठ गुणनखंड 7 है।
अतः हमारी मान्यता गलत है।
∴7 एक परिमेय संख्या नहीं है।
∴7 एक अपरिमेय संख्या है।
Proved
प्रश्न 4: सिद्ध करें कि5 एक अपरिमेय संख्या है?
उत्तर:माना कि 5 एक परिमेय संख्या है।
तब, 5=qp, जहाँ p और q कोई धन पूर्णांक हैं।
जिसका कोई भी उभयनिष्ठ गुणनखंड नहीं है।
दोनों तरफ वर्ग करने पर:
(5)2=(qp)2
5=q2p2
p2 = 5q2 ...............(i)
p = विषम संख्या है।
∵ विषम संख्या का वर्ग विषम ही होता है।
माना कि p = 5m
समीकरण (i) से,
(5m)2=5q2
25m2 = 5q2
5m2 = q2
q = विषम संख्या है।
अब, p और q में उभयनिष्ठ गुणनखंड 5 है।
अतः हमारी मान्यता गलत है।
∴5 एक परिमेय संख्या नहीं है।
∴5 एक अपरिमेय संख्या है।
Proved
प्रश्न 5: सिद्ध करें कि11 एक अपरिमेय संख्या है?
उत्तर:माना कि 11 एक परिमेय संख्या है।
तब, 11=qp जहाँ, p और q कोई धन पूर्णांक हैं।
जिनका कोई भी उभयनिष्ठ गुणनखंड नहीं है।
दोनों तरफ वर्ग करने पर:
(11)2=(qp)2
11=q2p2
p2=11q2 ...............(i)
p = विषम संख्या है।
∵ विषम संख्या का वर्ग विषम ही होता है।
माना कि p = 11m
समीकरण (i) से,
(11m)2=11q2
121m2 = 11q2
11m2 = q2
q = विषम संख्या है।
अब, p और q में उभयनिष्ठ गुणनखंड 11 है।
अतः हमारी मान्यता गलत है।
∴11 एक परिमेय संख्या नहीं है।
∴11 एक अपरिमेय संख्या है।
Proved
प्रश्न 6: सिद्ध करें कि13 एक अपरिमेय संख्या है?
उत्तर:माना कि 13 एक परिमेय संख्या है।
तब, 13=qp जहाँ, p और q कोई धन पूर्णांक हैं
जिनका कोई भी उभयनिष्ठ गुणनखंड नहीं है।
दोनों तरफ वर्ग करने पर:
(13)2=(qp)2
13=q2p2
p2=13q2 ...............(i)
p = विषम संख्या है।
∵ विषम संख्या का वर्ग विषम ही होता है।
माना कि p = 13m
समीकरण (i) से,
(13m)2=13q2
169m2 = 13q2
13m2 = q2
q = विषम संख्या है।
अब, p और q में उभयनिष्ठ गुणनखंड 13 है।
अतः हमारी मान्यता गलत है।
∴13 एक परिमेय संख्या नहीं है।
∴13 एक अपरिमेय संख्या है।
Proved
प्रश्न 7: सिद्ध करें कि15 एक अपरिमेय संख्या है?
उत्तर:माना कि 15 एक परिमेय संख्या है।
तब, 15=qp जहाँ, p और q कोई धन पूर्णांक हैं,
जिनका कोई भी उभयनिष्ठ गुणनखंड नहीं है।
दोनों तरफ वर्ग करने पर:
(15)2=(qp)2
15=q2p2
p2=15q2 ...............(i)
p = विषम संख्या है।
∵ विषम संख्या का वर्ग विषम ही होता है।
माना कि p = 15m
समीकरण (i) से,
(15m)2=15q2
225m2 = 15q2
15m2 = q2
q = विषम संख्या है।
अब, p और q में उभयनिष्ठ गुणनखंड 15 है।
अतः हमारी मान्यता गलत है।
∴15 एक परिमेय संख्या नहीं है।
∴15 एक अपरिमेय संख्या है।
Proved
प्रश्न: 8. सिद्ध करें कि 21 एक अपरिमेय संख्या है।
उत्तर:माना कि 21 एक परिमेय संख्या r है।
अब, 21=r, जहाँ r कोई धन पूर्णांक है।
या, 2=r1
यहाँ, 2 एक अपरिमेय संख्या है।
एवं, r1 एक परिमेय संख्या है।
अपरिमेय संख्या = परिमेय संख्या
जो कि संभव नहीं है।
अतः हमारी मान्यता गलत है।
∴21 एक परिमेय संख्या नहीं है।
∴21 एक अपरिमेय संख्या है।
Proved
प्रश्न: 9. सिद्ध करें कि 31 एक अपरिमेय संख्या है।
उत्तर:माना कि 31 एक परिमेय संख्या r है।
अब, 31=r, जहाँ r कोई धन पूर्णांक है।
या, 3=r1
यहाँ, 3 एक अपरिमेय संख्या है।
एवं, r1 एक परिमेय संख्या है।
अपरिमेय संख्या = परिमेय संख्या
जो कि संभव नहीं है।
अतः हमारी मान्यता गलत है।
∴31 एक परिमेय संख्या नहीं है।
∴31 एक अपरिमेय संख्या है।
Proved
प्रश्न: 10. सिद्ध करें कि 51 एक अपरिमेय संख्या है।
उत्तर:माना कि 51 एक परिमेय संख्या r है।
अब, 51=r, जहाँ r कोई धन पूर्णांक है।
या, 5=r1
यहाँ, 5 एक अपरिमेय संख्या है।
एवं, r1 एक परिमेय संख्या है।
अपरिमेय संख्या = परिमेय संख्या
जो कि संभव नहीं है।
अतः हमारी मान्यता गलत है।
∴51 एक परिमेय संख्या नहीं है।
∴51 एक अपरिमेय संख्या है।
Proved
प्रश्न: 11. सिद्ध करें कि 23 एक अपरिमेय संख्या है।
उत्तर:माना कि 23 एक परिमेय संख्या r है।
अब, 23=r, जहाँ r कोई धन पूर्णांक है।
या, 3=2r
यहाँ, 3 एक अपरिमेय संख्या है।
एवं, 2r एक परिमेय संख्या है।
अपरिमेय संख्या = परिमेय संख्या
जो कि संभव नहीं है।
अतः हमारी मान्यता गलत है।
∴23 एक परिमेय संख्या नहीं है।
∴23 एक अपरिमेय संख्या है।
Proved
प्रश्न: 12. सिद्ध करें कि 72 एक अपरिमेय संख्या है।
उत्तर:माना कि 72 एक परिमेय संख्या r है।
अब, 72=r, जहाँ r कोई धन पूर्णांक है।
या, 2=7r
यहाँ, 2 एक अपरिमेय संख्या है।
एवं, 7r एक परिमेय संख्या है।
अपरिमेय संख्या = परिमेय संख्या
जो कि संभव नहीं है।
अतः हमारी मान्यता गलत है।
∴72 एक परिमेय संख्या नहीं है।
∴72 एक अपरिमेय संख्या है।
Proved
प्रश्न: 13. सिद्ध करें कि 3−2 एक अपरिमेय संख्या है।
उत्तर:माना कि 3−2 एक परिमेय संख्या r है।
अब, 3−2=r, जहाँ r कोई धन पूर्णांक है।
या, −2=r−3
या, 2=3−r
यहाँ, 2 एक अपरिमेय संख्या है।
एवं, (3−r) परिमेय संख्याओं का अंतर है।
अपरिमेय संख्या = परिमेय संख्या
जो कि संभव नहीं है।
अतः हमारी मान्यता गलत है।
∴3−2 एक परिमेय संख्या नहीं है।
∴3−2 एक अपरिमेय संख्या है।
Proved
प्रश्न: 14. सिद्ध करें कि 5−3 एक अपरिमेय संख्या है।
उत्तर:माना कि 5−3 एक परिमेय संख्या r है।
अब, 5−3=r, जहाँ r कोई धन पूर्णांक है।
या, −3=r−5
या, 3=5−r
यहाँ, 3 एक अपरिमेय संख्या है।
एवं, (5−r) परिमेय संख्याओं का अंतर है।
अपरिमेय संख्या = परिमेय संख्या
जो कि संभव नहीं है।
अतः हमारी मान्यता गलत है।
∴5−3 एक परिमेय संख्या नहीं है।
∴5−3 एक अपरिमेय संख्या है।
Proved
प्रश्न: 15. सिद्ध करें कि 3+25 एक अपरिमेय संख्या है।
उत्तर:माना कि 3+25 एक परिमेय संख्या r है।
अब, 3+25=r, जहाँ r कोई धन पूर्णांक है।
या, 25=r−3
या, 5=2r−3
यहाँ, 5 एक अपरिमेय संख्या है।
एवं, 2r−3 परिमेय संख्याओं का अंतर है।
अपरिमेय संख्या = परिमेय संख्या
जो कि संभव नहीं है।
अतः हमारी मान्यता गलत है।
∴3+25 एक परिमेय संख्या नहीं है।
∴3+25 एक अपरिमेय संख्या है।
Proved