Nafis Sir Chhaurahi

सांख्यिकी सूत्र

  1. i) माध्य  A=ΣfxΣf\text{माध्य} \; A = \frac{\Sigma f x}{\Sigma f}

  2. ii) माध्यिका  M=L+N2Ffi\text{माध्यिका} \; M = L + \frac{\frac{N}{2} - F}{f} \cdot i

    • माध्यिका वर्ग: जहाँ  N2  इससे ठीक बड़ी संचयी बारंबारता के संगत वर्ग-अंतराल को माध्यिका-वर्ग कहलाता है।\text{माध्यिका वर्ग: जहाँ} \; \frac{N}{2} \; \text{इससे ठीक बड़ी संचयी बारंबारता के संगत वर्ग-अंतराल को माध्यिका-वर्ग कहलाता है।}
    • L=माध्यिका-वर्ग की निम्न सीमाL = \text{माध्यिका-वर्ग की निम्न सीमा}
    • f=माध्यिका-वर्ग की बारंबारताf = \text{माध्यिका-वर्ग की बारंबारता}
    • N=कुल बारंबारता=ΣfN = \text{कुल बारंबारता} = \Sigma f
    • F=माध्यिका-वर्ग के ठीक पहले वाले वर्ग की संचयी बारंबारताF = \text{माध्यिका-वर्ग के ठीक पहले वाले वर्ग की संचयी बारंबारता}
    • i=माध्यिका-वर्ग की लंबाई।i = \text{माध्यिका-वर्ग की लंबाई।}
  3. iii) बहुलक  M0=L+f0f12f0f1f1i\text{बहुलक} \; M_0 = L + \frac{f_0 - f_{-1}}{2f_0 - f_{-1} - f_1} \cdot i

    • बहुलक वर्ग: सर्वाधिक बारंबारता वाला वर्ग बहुलक वर्ग कहलाता है।\text{बहुलक वर्ग: सर्वाधिक बारंबारता वाला वर्ग बहुलक वर्ग कहलाता है।}
    • L=बहुलक वर्ग की निम्न सीमाL = \text{बहुलक वर्ग की निम्न सीमा}
    • f0=बहुलक वर्ग की बारंबारताf_0 = \text{बहुलक वर्ग की बारंबारता}
    • f1=बहुलक वर्ग के ठीक पहले वाले वर्ग की बारंबारताf_{-1} = \text{बहुलक वर्ग के ठीक पहले वाले वर्ग की बारंबारता}
    • f1=बहुलक वर्ग के ठीक बाद वाले वर्ग की बारंबारताf_1 = \text{बहुलक वर्ग के ठीक बाद वाले वर्ग की बारंबारता}
    • i=वर्ग-अंतरालों की सामान्य लंबाई।i = \text{वर्ग-अंतरालों की सामान्य लंबाई।}
  4. iv) बहुलक=3×माध्यिका2×माध्य\text{बहुलक} = 3 \times \text{माध्यिका} - 2 \times \text{माध्य}

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